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वैश्विक आधार ओर युद्ध के परिणाम

पूरे विश्व की दृष्टि यूक्रेन और रशिया पर है इससे मनुष्य की सोच का पता चलता है कि वह युद्ध के नतीजों पर कितना निर्भर है।
अमेरिका रूस को कमजोर करना चाहता है, रूस अमेरिका को अपनी शक्ति से अवगत कराना चाहता है इसीलिए यूक्रेन को मैदान बनाया है।
मेरी दृष्टि में इस समय चीन विश्व का सबसे चतुर देश है अमेरिका का प्रोपेगेंडा तो पूरे विश्व को समझ आता है परचीन पता भी नहीं चलने देता और अपने हितों को साध लेता है।
भारत चीन अमेरिका और रशिया में इतनी काबिलियत है कि वह इस संसार को स्वर्ग बना सकते हैं पर यह हमेशा कुटिलता के अज्ञान को महत्वपूर्ण मानते हैं।
युद्ध में कभी किसी की जीत नहीं होती है युद्ध के इतिहास पलटवार से भरे पड़े हैं।
यह प्राकृतिक नियम है कि अगर आप किसी को मिटाना चाहते हैं तो पहले स्वयं मिटने के लिए तैयार हो जाइए।
मनुष्य को दूसरों के विनाश में कारण दिखाई देता है और स्वयं के विनाश पर आश्चर्य होता है।
वास्तव में किसी भी युद्ध का कारण राष्ट्रीय समस्या नहीं होती यह पागल बुद्धिमानो की मानसिक समस्या है।
मनुष्य के स्वभाव का संपूर्ण इतिहास घृणा, हिंसा, पंथवाद से ग्रसित रहा है मैं नहीं मानता है इस पृथ्वी पर मनुष्य सर्वश्रेष्ठ जीव है।
इस विश्व में चुनिंदा ही ऐसे लोग हुए हैं जिन्होंने मनुष्य को प्रेम, मानवता, दया और शांति के लिए प्रेरित किया है पर इन्होंने भी प्राचीन मान्यताओं को खंडित कर कहीं ना कहीं मानवता को भी खंडित किया है।
बुद्धिमान वही है जो चंचल नहीं है, चंचलता मूर्खता का सबसे बड़ा प्रमाण है, प्रमाण ना तो ज्ञान है, ना विचार है, ना विज्ञान है।
विश्व के बुद्धिमान मनुष्य सत्य की खोज करते हैं और अपने अनुभव को सत्य की परिभाषा देते हैं सत्य की आयु केवल एक क्षण की होती है पर जिस की दृष्टि वर्तमान के हर क्षण को उसकी वास्तविकता से देखती है तो उसका सत्य नित्य हो जाता है।
इस जगत में ना तो कोई कुछ हारता है ना ही कभी कोई जीता है पर इस सत्य को जानने के लिए बहुत ही सूक्ष्म  समझ की आवश्यकता है।

अच्छा लगे तो शेयर कर देना 🙏🙏

#chetanshrikrishna

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4 Comments

Swati chourasia

20-Sep-2022 04:42 PM

Nice

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Haaya meer

19-Sep-2022 08:54 PM

Nice

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Achha likha hai 💐

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